झोलाछाप डॉक्टरों का काला खेल जारी! NDMC भंग होने के बाद भी फर्जी मेडिकल माफिया बेखौफ़
कार्रवाई के नाम पर सन्नाटा, धांधली में पूरा “स्पोर्ट्स” — राजधानी की सेहत दांव पर शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं।
रिपोर्ट:(skrnews)
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में झोलाछाप डॉक्टरों का खेल और भी संगीन रूप ले चुका है। NDMC भंग होने के बाद से ही दिल्ली में फर्जी डॉक्टरों का नेटवर्क और मजबूत होता दिखाई दे रहा है। जनता की जान से खिलवाड़ हो रहा है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ फाइलों का शोर और मैदान में सन्नाटा!
सूचना के अधिकार से सामने आए हेल्थ रेगुलेटरी सिस्टम के ऑडिट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं —
2025 में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सिर्फ 1 केस दर्ज हुआ
2024 में एक भी केस आगे नहीं बढ़ा
2021 से लेकर 2023 तक पुलिस को केवल कागज़ी पत्र भेजे गए,
लेकिन ना FIR, ना रेड, ना सीज़िंग — कुछ भी नहीं!
असली खेल कहाँ है?
NDMC सिर्फ जवाब देने और कागज़ी कार्यवाही करने में माहिर दिखती है। रेड, इंस्पेक्शन या एंटी-क्वैकरी ऑपरेशन बिल्कुल नहीं!
सरकार जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट लेवल अफ़सरों पर थोप रही है, लेकिन राजधानी में फर्जी मेडिकल प्रैक्टिस पर नकेल कसने वाला एक भी ठोस कदम नहीं दिख रहा।
दिल्ली की सेहत खतरे में
बिना डिग्री वाले तथाकथित “डॉक्टर” इंफेक्शन, गलत दवा, फर्जी इलाज और एक्सपायर इंजेक्शन देकर रोगियों की ज़िंदगी से खेल रहे हैं।
हजारों क्लीनिक बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हैं, और सिस्टम चुप!
NDMC मौन है, लेकिन माफिया एक्टिव — यही सबसे बड़ा खतरा है।
सवाल सीधे NDMC से
1. क्या स्वास्थ्य विभाग सिर्फ RTI के जवाब देने के लिए बैठा है?
2. रेड कब होंगी?
3. फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ FIR और लाइसेंस कैंसिलेशन कब होंगे?
4. दिल्ली में मेडिकल माफिया को संरक्षण कौन दे रहा है?
जनता को चेतावनी
दिल्लीवासियों की सेहत आज फर्जी डॉक्टरों के हाथों गिरवी रख दी गई है।
NDMC अगर अब भी जागा नहीं — तो आने वाले समय में यह राजधानी का सबसे बड़ा हेल्थ स्कैम बन सकता है।
सियासत का राज़ न्यूज़ की मांग —
फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ राजधानी स्तर पर तुरंत स्पेशल रेड, हेल्थ टास्क फोर्स और पब्लिक हेल्थ विजिलेंस सेल बनाई जाए!