5 थानों में वांटेड कुख्यात स्नैचर गिरफ्तार
18 से ज़्यादा लूट–पाट, स्नैचिंग और आर्म्स एक्ट के मामलों में शामिल
द्वारका और रोहिणी कोर्ट में 5 केसों में पहले ही PO घोषित
---बड़ी कार्रवाई — क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया राजधानी का मोस्ट वांटेड स्नैचर
(सियासत का राज)
नई दिल्ली, 03 दिसंबर 2025:
दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच (Northern Range-1) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने राजधानी के सबसे कुख्यात और आदतन स्नैचर रोहित उर्फ़ पप्पू (उम्र 23 वर्ष), निवासी राजीव नगर, बेज़मपुर, दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से दिल्ली के कई इलाकों में मोबाइल, पर्स और सोने की चेन छीनने की वारदातों को अंजाम देता आ रहा था।
आरोपी के खिलाफ ये केस पहले से दर्ज
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, आरोपी 18 से ज्यादा मामलों में शामिल रहा है तथा 5 केसों में घोषित PO (Proclaimed Offender) है। कुछ मुख्य मामले इस प्रकार हैं:
1. FIR 112/23 — PS द्वारका साउथ
2. FIR 113/23 — PS द्वारका साउथ
3. FIR 116/23 — PS द्वारका साउथ
4. FIR 198/23 — PS द्वारका नॉर्थ
5. FIR 453/19 — PS कंझावला
सभी केस धारा 379/356/34 IPC से जुड़े हैं।
---कैसे पकड़ा गया आरोपी — ऑपरेशन की पूरी कहानी
02 दिसंबर 2025 को ACP अशोक शर्मा (NR-1) के निर्देशन में एक स्पेशल टीम बनाई गई, जिसमें
इंस्पेक्टर पुख़राज, W/SI खुशबू, ASI प्रदीप, ASI प्रेमवीर, HC विक्रांत और Ct मनोज शामिल थे।
ASI प्रदीप ने लगातार मुखबिरों और तकनीकी इनपुट्स पर काम किया।
2 दिसंबर की रात पक्की सूचना मिली कि रोहित उर्फ़ पप्पू सी ब्लॉक, मंगोलपुरी में अपने साथी से मिलने आएगा।
पुलिस टीम ने गुप्त रेड की और बिना किसी मुठभेड़ के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
---आरोपी का क्राइम प्रोफाइल
मूल निवासी: कोटपूतली, राजस्थान
शिक्षा: 8वीं पास
आदत: शराब की लत
पारिवारिक स्थिति: पिता का निधन, एक भाई–बहन
पूरा परिवार आपराधिक गतिविधियों में शामिल
BC (Bad Character) — PS बेज़मपुर
आरोपी लंबे समय से दिल्ली के कई इलाकों में चेन स्नैचिंग, मोबाइल लूट, राहगीरों से धक्का देकर पर्स छीनने और हथियार के बल पर डकैती जैसे अपराधों में सक्रिय रहा है।
--- पुलिस का बयान
“यह गिरफ्तारी दिल्ली में बढ़ती स्नैचिंग घटनाओं के लिए एक बड़ा झटका है। आरोपी कई महीनों से फरार चल रहा था और अलग–अलग कोर्ट में PO था। आगे की जांच जारी है।” — क्राइम ब्रांच, NR-1
--- पुलिस आगे पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी किस गैंग के साथ जुड़ा है और चोरी का माल कहाँ बेचा जाता था।