हाई-प्रोफाइल साइबर ऑपरेशन — करोड़ों की ठगी का नेटवर्क ध्वस्त
(सियासत का राज)
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक बड़े साइबर सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है, जो मल्टी-स्टेट फर्जी कंपनियों के जरिए चीनी नेटवर्क से लिंक क्रिप्टो रूट पर काम कर रहा था। इस गैंग ने निवेश के नाम पर 61 वर्षीय बुजुर्ग को ₹33,10,000/- की धोखाधड़ी कर दी।
जांच E-FIR No. 00031/2025 से शुरू हुई और धीरे-धीरे ऐसा नेटवर्क सामने आया जिसमें पैसा पहले फर्जी कंपनियों में गया, फिर मल्टी-लेयर बैंकिंग रूट से होते हुए क्रिप्टो USDT के जरिये चीन कंट्रोल्ड कंपनी “Kool Pay” तक पहुँचता रहा।
--- MODUS OPERANDI — पैसे का अंतर्राष्ट्रीय खेल
1. चीनी कंपनी Kool Pay पहले-स्तर के खातों में फंड ट्रांसफर करती थी
2. पैसा मल्टी-लेयर बैंक अकाउंट्स से रूट किया जाता
3. USDT क्रिप्टो की खरीद प्राइवेट वेंडर्स से होती
4. फिर वही USDT दोबारा Kool Pay को बेचा जाता — लगातार घोटाले का चक्कर!
---गिरफ्तारियां — मुख्य आरोपी धराए
मुख्य डायरेक्टर्स
शिवम सिंह (फैजाबाद, यूपी)
लक्षय (दिल्ली)
कुल ₹10,38,000/- BELCREST लिंक्ड अकाउंट्स में ट्रेस हुआ।
लक्षय ने फर्जी कंपनी BELCREST INDIA PVT. LTD. खोलकर
बैंक अकाउंट बनाने, किट्स और SIM कार्ड उपलब्ध कराने की बात क़बूल की।
महीने के ₹20,000/- में बैंकिंग और डिजिटल सेटअप तैयार किया जाता था।
---पुलिस की दबिश — कई राज्यों में छापेमारी
इंस्पेक्टर अशोक, SI भाग्यश्री और HC दिनेश की टीम ने दिल्ली NCR में कई रेड कीं।
गैंग का बड़ा सदस्य शुभम लगातार SIM बदलकर ट्रैकिंग से बचता रहा, लेकिन पुलिस की लगातार निगरानी से अंततः 6.12.2025 को तिलक नगर से गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद शुभम ने खोला बड़ा राज़:
✔ तीसरे और चौथे स्तर के फर्जी अकाउंट्स
✔ शेल कंपनियों की सूची सामने आई:
CSP24SEVEN, Levin Fintech, EKO India, Rinova Pvt. Ltd., Money Wave Pvt. Ltd., Easy Mudra Pvt. Ltd., Lavi Software & Technology Pvt. Ltd.
--- बरामद सामान
01 लैपटॉप,02 मोबाइल फोन,05 चेकबुक,06 डेबिट कार्ड नष्ट किए हुए SIM के अवशेष
--- बड़ा खुलासा — मोबाइल और SIM से मिटाए सबूत
लक्षय की गिरफ्तारी के बाद शुभम ने BELCREST के चेकबुक फाड़े, SIM तोड़ा और मोबाइल छिपा दिया।
लेकिन पुलिस ने रिकवर्ड हैंडसेट को भी जब्त कर लिया।
---अधिकारी का बयान
ADITYA GAUTAM
डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस— क्राइम ब्रांच, दिल्ली
> “यह केस क्रॉस-बॉर्डर साइबर फाइनेंशियल नेटवर्क का महत्वपूर्ण खुलासा है। हम आगे भी ऐसे सिंडिकेट्स पर कड़ी कार्रवाई जारी रखेंगे।”
साइबर सेल, क्राइम ब्रांच — ओल्ड कोतवाली, दरियागंज, दिल्ली