दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: दो वाहन चोर और एक रिसीवर गिरफ्तार, आठ चोरी की बाइक व हथियार बरामद
संवाददाता (एस के आर न्यूज)
दिल्ली के अमन विहार थाना क्षेत्र में पुलिस ने वाहन चोरी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो ऑटो-लिफ्टरों और एक चोरी की संपत्ति खरीदने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में आठ चोरी की मोटरसाइकिलें, एक देसी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
गुप्त सूचना पर बड़ी कार्रवाई
अमन विहार थाना पुलिस की एक विशेष टीम ने अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए जाल बिछाया। 20 मार्च 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि दो कुख्यात वाहन चोर इलाके में सक्रिय हैं। इंस्पेक्टर रविंदर जोशी (एसएचओ, अमन विहार) के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसमें एसआई परमिंदर, एचसी नरेंद्र, विकास, देवेंद्र, परवीन, कांस्टेबल अनिल और प्रेम प्रकाश शामिल थे। एसीपी अजय वेदवाल की देखरेख में टीम ने इलाके में घेराबंदी कर संदिग्ध मोटरसाइकिल सवारों को रोका।
पुलिस ने जब दोनों संदिग्धों की तलाशी ली तो उनके पास से एक देसी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस मिले। पूछताछ में आरोपियों की पहचान मंजीत दहिया (36) निवासी कराला, दिल्ली और रवि दहिया (26) निवासी सुखबीर नगर, दिल्ली के रूप में हुई।
गिरोह का खुलासा और तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी
गिरफ्तार चोरों से गहन पूछताछ के बाद खुलासा हुआ कि वे चोरी की मोटरसाइकिलें मोनू (23) निवासी कुतुबगढ़, दिल्ली को बेचते थे। मोनू कंझावला औद्योगिक क्षेत्र में एक गैराज चलाता था और चोरी की बाइक खरीदकर उनके पार्ट्स अलग-अलग वाहनों में फिट कर देता था।
इसके बाद पुलिस ने मोनू को भी गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर चार और चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद कीं।
अब तक की बरामदगी
- आठ चोरी की मोटरसाइकिलें, जिनमें पांच हीरो होंडा स्प्लेंडर और एक टीवीएस अपाचे शामिल हैं।
- एक देसी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस।
गिरफ्तार आरोपियों की पृष्ठभूमि
- मंजीत दहिया – 36 वर्षीय मंजीत ने एसी और रेफ्रिजरेशन में आईटीआई किया है। वह नशे का आदी है और अस्पताल में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था। पहले भी तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
- रवि दहिया – 26 वर्षीय रवि भी नशे का आदी है और पहले अस्पताल में सुरक्षा गार्ड का काम करता था।
- मोनू – 23 वर्षीय मोनू अनपढ़ है और कंझावला में एक गैराज चलाता था, जहां वह चोरी की बाइक के पार्ट्स बेचता था।
कई मामले सुलझे
गिरफ्तारी से अमन विहार, बेगमपुर, प्रेम नगर, पंजाबी बाग, पश्चिम विहार और ख्याला समेत दिल्ली के कई इलाकों में दर्ज 8 मामलों का खुलासा हुआ है।
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस गिरोह से और कौन-कौन जुड़े हैं और चोरी की गई अन्य गाड़ियां कहां बेची गई हैं। इस बड़ी कार्रवाई से दिल्ली में सड़क अपराधों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।