दिल्ली में बड़ी लापरवाही का कांड! स्प्रेसो कार चोरी, कीमती सामान गायब… और पुलिस चौकी में बिना जानकारी कार खड़ी?!--- चोर फरार, सामान गायब… और FIR तक नहीं?!
(रिपोर्ट:एस के आर न्यूज)
दिल्ली में एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सावदा Ghevra इलाके से एक शातिर चोर स्प्रेसो कार (DL9CBD2493) लेकर फरार हो गया—गाड़ी में मौजूद ATM कार्ड, मोबाइल, कैश, महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और पर्स समेत कई जरूरी सामान भी गायब कर दिए।
लेकिन असली झटका तो तब लगा जब एक महीने बाद कार पुलिस चौकी में खड़ी मिली… और वहां मौजूद पुलिसकर्मी कार के चौकी में पहुंचने की जानकारी भी देने को तैयार नहीं!
--- चोर फरार, सामान गायब… और FIR तक नहीं?!
पीड़ित जी.के. गुप्ता के अनुसार—
1 नवंबर 2025 को उनकी निजी स्प्रेसो कार घर से चोरी हो गई।
उन्होंने पुलिस को फोन किया, शिकायत दी… पर पूरा एक महीना बीत गया, न FIR दर्ज हुई, न चोर का कोई पता!
जब पीड़ित एफआईआर के लिए थाना प्रभारी कंझावला के पास पहुंचे, तो उन्हें बताया गया—
"तुम्हारी कार तो सावदा पुलिस चौकी में खड़ी है!"
गुप्ता मौके पर पहुंचे तो पाया—
कार के सभी जरूरी दस्तावेज़ गायब
मोबाइल गायब
ATM कार्ड और पर्स गायब
₹16,500 नकद भी गायब
सबसे हैरानी की बात—
चौकी में खड़ी कार के बारे में पुलिस कुछ भी बताने को तैयार नहीं!
न ये जानकारी कि कार वहां कैसे आई,
न ये कि किसने चोरी की,
और अब तक FIR भी दर्ज नहीं की गई!
--- पुलिस की चुप्पी—क्या किसी को बचाया जा रहा है?
एक महीने तक कार का कोई पता नहीं…
फिर अचानक कार पुलिस चौकी में मिलती है…
पर चौकी के पुलिसकर्मी को कार आने की “जानकारी” नहीं?!
यह स्थिति साफ इशारा करती है कि—
पुलिस कहीं न कहीं किसी को बचाने की कोशिश कर रही है।
अगर चोर कार चौकी में छोड़कर गया, तो चौकी में तैनात पुलिस ने उस समय कार्रवाई क्यों नहीं की?
कार की जानकारी पीड़ित को तुरंत क्यों नहीं दी गई?
और FIR आज तक क्यों नहीं दर्ज हुई?
--- दस्तावेज़ों का मिसयूज़ का खतरा — सुरक्षा अलर्ट!
इनका गलत हाथों में जाना बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
पीड़ित की पहचान और बैंकिंग जानकारी का मिसयूज़ किसी भी समय हो सकता है।
--- पीड़ित की गुहार — "चोर पकड़ा जाए, सामान वापस दिलाया जाए"
जी.के. गुप्ता ने पुलिस से मांग की है कि—आरोपी को जल्दी से जल्दी गिरफ्तार किया जाए
सभी चुराए गए सामान और दस्तावेज़ सुरक्षित वापस दिलाए जाएं
पुलिस चौकी की भूमिका की जांच की जाए
--- जनता के मन में उठ रहे सवाल
क्या दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था इतनी ढीली हो चुकी है?
क्या पुलिस चौकी में खड़ी कार के बारे में पुलिस को वास्तव में कोई जानकारी नहीं?
क्या FIR दर्ज न करना जानबूझकर किया गया कदम है?
अगर पुलिस चौकी तक कार पहुंची, तो चोर कौन था और कहां गया?
--- यह कोई साधारण चोरी नहीं… यह बड़ा सुरक्षा अलर्ट है!
इस पूरे मामले ने इलाके में चिंता, डर और गुस्सा पैदा कर दिया है।
लोगों का कहना है—
“अगर कार चोरी हो जाए और एक महीने तक FIR तक न हो, तो आम आदमी की सुरक्षा का क्या?”