CYBER क्राइम ब्रांच की सबसे बड़ी कार्रवाई! मल्टी–स्टेट साइबर फ्राॅड गैंग धराशायी, तीन बड़े मॉड्यूल बेनकाब ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्राॅड – ₹33.10 लाख की ठगी, आरोपी लक्षय गिरफ्तार
SKR NEWS की स्पेशल रिपोर्ट
नई दिल्ली, 26 नवंबर 2025 – दिल्ली पुलिस की साइबर सेल, क्राइम ब्रांच ने देशभर में फैले साइबर अपराधियों के तीन बड़े मॉड्यूल को ध्वस्त कर एक शानदार सफलता हासिल की है। ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट स्कैम, फेक ट्रेडिंग एप, म्यूल अकाउंट नेटवर्क और जमताड़ा स्टाइल KYC फ्रॉड में शामिल गिरोहों की गहन तकनीकी जांच के बाद तीन मुख्य अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
यह कार्रवाई दिल्ली NCR, हरियाणा और झारखंड में की गई सटीक रेड और डिजिटल निगरानी का नतीजा है।
--- 1. ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट फ्राॅड – ₹33.10 लाख की ठगी, आरोपी लक्षय गिरफ्तार
PS Cyber Police Station South West में दर्ज E-FIR No. 00031/2025 में शिकायतकर्ता से ₹33,10,000 की धोखाधड़ी की गई थी।
जांच में सामने आया कि फर्जी कंपनी BELCREST INDIA PVT. LTD. के नाम से कई बैंक अकाउंट खोले गए थे। इन्हीं खातों से देशभर में 57 साइबर फ्रॉड केस जुड़े हुए पाए गए।
मुख्य संचालक: आरोपी लक्षय (नजफगढ़, दिल्ली)
तकनीकी जांच, बैंकिंग ट्रेल और डिजिटल फूटप्रिंट्स के आधार पर 19 नवंबर 2025 को नजफगढ़ से गिरफ्तार।
जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि फर्जी कंपनी के अकाउंट्स का संचालन और ठगी की रकम NETXOVER IT SOLUTIONS PRIVATE LIMITED नाम की एक निजी कंपनी के खातों में ट्रांसफर की जा रही थी।
--- 2. फर्जी ‘Angel One’ ट्रेडिंग ऐप से ₹53.05 लाख की ठगी – आरोपी रामवीर दबोचा गया
PS Special Cell में FIR No. 56/2025 में शिकायतकर्ता को फर्जी ट्रेडिंग एप बनाकर ₹53,05,000 की ठगी का शिकार बनाया गया।
रकम को म्यूल खातों की चेन के जरिये आगे भेज दिया गया।
मुख्य आरोपी: रामवीर (फरीदाबाद निवासी)
रामवीर द्वारा संचालित फर्म RS Enterprises ने सीधे तौर पर ₹14,00,000 प्राप्त किए थे।
गिरफ्तारी स्थान: करनाल, हरियाणा
रामवीर पहले भी फर्जी साइबर फ्रॉड केस FIR No. 237/2023 में पकड़ा जा चुका है।
उसके बड़े नेटवर्क और पैसों के रूट को खंगाला जा रहा है।
--- 3. जमताड़ा-स्टाइल KYC फ्राॅड – ₹5.75 लाख की ठगी, राजेश मंडल गिरफ्तार
PS Crime Branch में दर्ज FIR No. 113/2021 में आरोपी राजेश मंडल (गिरिडीह, झारखंड) को गिरफ्तार किया गया।
राजेश मंडल का Modus Operandi:
✔ बैंक अधिकारी बनकर पीड़ित से KYC अपडेट के नाम पर बात करता।
✔ AnyDesk से मोबाइल एक्सेस लेता।
✔ पीड़ित के नाम पर 6 महंगे मोबाइल फोन (Apple + OnePlus)
और 1 MacBook ऑर्डर कर देता।
✔ कुल ठगी राशि: ₹5,75,000
✔ खरीदा गया सामान Kolkata Fancy Market में सप्लाई किया जाता था।
यह पूरी घटना क्लासिक Jamtara Model का हिस्सा है जिसमें सोशल इंजीनियरिंग और रिमोट एक्सेस दोनों का इस्तेमाल किया जाता है।
--- जांच टीम की बड़ी भूमिका
इस बड़ी कार्रवाई का नेतृत्व इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने किया।
टीम में शामिल अधिकारी:
SI गुलशन, SI प्रमोद, SI भाग्यश्री, ASI सत्यपाल, HC प्रवेश कुमार, HC हितेन, HC रजत, HC श्रीभगवान
सुपरविजन: ACP अनिल शर्मा (Cyber Cell, Crime Branch)
टीम ने –
✔ सैकड़ों बैंक खातों का विश्लेषण किया
✔ देशभर में फैले डिजिटल ट्रांजैक्शन की ट्रेल को चेक किया
✔ तकनीकी सर्विलांस और डेटा मैपिंग की
✔ दिल्ली NCR, करनाल (हरियाणा) और गिरिडीह (झारखंड) में टार्गेटेड रेड कीं
दिल्ली पुलिस का बयान:
आगे की जांच जारी है। नेटवर्क में शामिल अन्य अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी की जाएगी।
— आदित्य गौतम,
Dy. Commissioner of Police, Cyber Cell, Crime Branch, Delhi
--- SKR NEWS की विशेष टिप्पणी
यह कार्रवाई बताती है कि साइबर अपराध अब ऑपरेशनल स्तर पर नहीं, बल्कि संगठित नेटवर्क बनकर बड़े पैमाने पर एक्टिव हैं।
दिल्ली पुलिस का यह ऑपरेशन देशभर में फैले साइबर फ्रॉड गिरोहों के खिलाफ महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।