चार साल से फरार ‘महिला कातिल’ क्राइम ब्रांच के शिकंजे में
(सियासत का राज़ न्यूज़ स्पेशल रिपोर्ट)
चार साल से फरार महिला कातिल क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ी!
समायपुर बादली मर्डर केस की ‘प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर’ महिला आखिरकार धर-दबोची गई
दिल्ली की क्राइम ब्रांच (Northern Range-I) की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए चार साल से फरार चल रही महिला अपराधी मीना को गिरफ्तार कर लिया। यह वही महिला है जिसे समायपुर बादली थाने के बहुचर्चित मर्डर केस (FIR 873/21) में अदालत ने 19 मई 2022 को प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर (PO) घोषित किया था।
--- मामला क्या था?
21 नवंबर 2021 को अभिषेक उर्फ मोनू अपना पैसा लेने आरोपी हुकम चंद के घर सिरासपुर पहुँचा। लेकिन मामूली विवाद ने उग्र रूप ले लिया।
हुकम चंद ने अपने परिवार— बेटे सोनू, दामाद सुनील और पत्नी मीना—को बुलाया और चारों ने मिलकर अभिषेक की डंडों और बित्ते से बेरहमी से पिटाई कर दी।
गंभीर चोटों के कारण अभिषेक की BJRM अस्पताल में मौत हो गई।
हुकम चंद और सुनील को तो पुलिस ने पहले ही पकड़ लिया था, लेकिन मीना घटना के बाद फरार हो गई और लगातार पुलिस की पकड़ से बचती रही।
--- चार साल की फरारी: कैसे पकड़ी गई मीना?
क्राइम ब्रांच की NR-I टीम ने बेहद चतुराई से तकनीकी और ज़मीनी इनपुट जुटाए।
ASI प्रदीप और HC मुकेश लगातार उसके बारे में सुराग इकट्ठे करते रहे।
26 नवंबर 2025 को इनपुट मिला कि मीना अपने सिरासपुर स्थित घर आई हुई है।
इसके बाद इंस्पेक्टर पुखराज के नेतृत्व और ACP अशोक शर्मा की निगरानी में टीम ने तुरंत छापेमारी की और मीना को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
--- आरोपी महिला का प्रोफाइल
नाम: मीना पत्नी सुनील कुमार
उम्र: 38 वर्ष मूल निवासी: नैनीताल, उत्तराखंड
शिक्षा: 10वीं पास परिवार: दो बच्चे (एक बेटी, एक बेटा)
नवंबर 2021 में हत्या के बाद नैनीताल भाग गई थी
जनवरी 2025 में दोबारा सिरासपुर लौटी और छिपकर रहने लगी पति सुनील पहले से ही न्यायिक हिरासत में
--- कार्रवाई की कमान
इस ऑपरेशन में शामिल टीम:
इंस्पेक्टर पुखराज
W/SI खुशबू
ASI पवन
ASI प्रदीप
HC मुकेश
HC सचिन
सुपरविजन: ACP NR-I श्री अशोक शर्मा
अंतिम रिपोर्ट: DCP-IV पंकज कुमार, IPS