सुल्तानपुरी का कुख्यात ‘प्रिंस’ गिरफ्तार, फरारी खत्म… हथियारबंद गिरोह की कमर टूटी
--- विशेष रिपोर्ट – सियासत का राज़ न्यूज़
दिल्ली की अपराध दुनिया में दहशत फैलाने वाले सुल्तानपुरी निवासी अरुण उर्फ़ प्रिंस की फरारी आखिरकार खत्म हो गई है। रोहिणी जिला क्राइम ब्रांच (NR-I) की सतर्कता और बेहतरीन प्लानिंग से इस कुख्यात अपराधी को पकड़ने में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
यह वही प्रिंस है जिस पर नवंबर 2024 में जानलेवा हमले और हथियारों से जुड़े गंभीर मामले दर्ज हैं, और जिसकी गिरफ्तारी को लेकर न्यायालय ने घोषणा-पत्र (Proclamation) तक जारी कर दिया था।
--- मामला क्या था? — घटना का सार
तारीख: 14 नवंबर 2024
स्थानीय निवासी बिजेन्दर उर्फ़ बिंदर पर अरुण @ प्रिंस और उसके साथियों —
अनुराग @ अंता, गौरव @ ज़हरी, कुनाल @ स्निपर, राहुल
— ने मिलकर जानलेवा हमला किया। आरोप है कि प्रिंस ने पिस्तौल से बिजेन्दर पर फायर किया और मौके से फरार हो गया।
अगले ही दिन FIR No. 1056/24,
U/s 109(1)/3(5) BNS व 25/27 Arms Act,
PS सुल्तानपुरी में दर्ज की गई।
प्रिंस को पकड़ा गया, जेल भेजा गया, मगर बाद में बेल मिलने पर वह फरार हो गया और कोर्ट की शर्तों का उल्लंघन कर दिया।
15 सितम्बर 2025 को कोर्ट ने उसके खिलाफ Proclamation जारी कर दिया।
--- ऑपरेशन: कैसे चली गिरफ्तारी की गुप्त कार्रवाई
क्राइम ब्रांच की NR-I टीम, ACP अशोक शर्मा की देखरेख में इंस्पेक्टर पुखराज और उनकी टीम —
SI निरंजन, ASI पवन, HC मुकेश, HC सचिन
— ने लगातार निगरानी रखी।
SI निरंजन ने तकनीकी विश्लेषण और फील्ड इनपुट्स2024 के आधार पर पता लगाया कि आरोपी 12 नवंबर 2025 को Y Block, मंगोलपुरी बस स्टैंड पर अपने किसी साथी से मिलने वाला है।
टीम पहले से ही घात लगाए बैठी थी।
जैसे ही प्रिंस स्थान पर पहुँचा, पुलिस ने तेज़ और सटीक एक्शन लेते हुए उसे धर दबोचा।
---आरोपी का बैकग्राउंड — अपराध की तरफ क्यों बढ़ा?
आरोपी सुल्तानपुरी के गरीब परिवार से है
10वीं तक की पढ़ाई की, पिता ई-रिक्शा चालक, माता गृहिणी
शराब का आदी, और अपनी आदतें पूरी करने के लिए धीरे-धीरे छोटे अपराधों से बड़े अपराध करने लगा
अपराधी गैंग के संपर्क में आया—
अनुराग @ अंता, गौरव @ ज़हरी, कुनाल @ स्निपर, राहुल
और फिर हथियार लेकर गंभीर अपराधों में शामिल हो गया
--- पुलिस क्या कहती है?
डीसीपी-IV क्राइम ब्रांच, पंकज कुमार (IPS) ने बताया: यह गिरफ्तारी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह गैंग हाल के महीनों में सुल्तानपुरी इलाके में कई वारदातों में सक्रिय था। टीम ने बेहतरीन समन्वय और तकनीकी ट्रैकिंग के ज़रिए आरोपी को पकड़ा है।”
--- निष्कर्ष — सुल्तानपुरी में राहत की सांस
प्रिंस की गिरफ्तारी से इलाके में दहशत फैलाने वाले इस गैंग की कमर टूट गई है।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है।
सियासत का राज़ न्यूज़ इस पूरी कार्रवाई को “ऑपरेशन प्रिंस बैक-टू-बार्स” नाम देता है—
क्योंकि यह केवल गिरफ्तारी नहीं, बल्कि अपराध के खिलाफ पुलिस की मजबूत इच्छाशक्ति का प्रतीक है।