मिलावटी देसी घी का बड़ा रैकेट बेनकाब – 2651 लीटर ज़ब्त, दो आरोपी गिरफ्तार
सियासत का राज़ न्यूज स्पेशल रिपोर्ट
नई दिल्ली: रोहिणी ज़िला।
त्योहारी सीज़न से पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Northern Range-I) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मिलावटी देसी घी बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह रैकेट बुध विहार, रोहिणी और आसपास के इलाकों में सक्रिय था, जहां से पुलिस ने कुल 2651 लीटर नकली देसी घी बरामद किया है। साथ ही एक अवैध निर्माण यूनिट को सील कर दिया गया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
छापा और जांच की कार्रवाई
विशेष खुफिया सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई, जिसमें W/SI खुशबू, ASI प्रदीप, ASI पवन, HC मुकेश, HC सचिन, HC नरेंद्र, HC परवीन और CT मनोज शामिल थे। कार्रवाई ACP अशोक शर्मा की निगरानी में की गई।
05 अक्टूबर को टीम ने मंगेराम पार्क, बुध विहार स्थित राकेश गर्ग के गोदाम पर छापा मारा, जहां से 2241 लीटर मिलावटी देसी घी बरामद किया गया।
इसके बाद 07 अक्टूबर को मुकेश (निर्माता) को विजय विहार से गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से 410 लीटर घी बरामद हुआ।
--- बरामदगी का विवरण (कुल 2651 लीटर)
1. मिल्क फूड – 396 लीटर
2. मधुसूदन – 630 लीटर
3. अमूल – 390 लीटर
4. मदर डेयरी – 915 लीटर
5. पतंजलि – 165 लीटर
6. आनंदा – 165 लीटर
मिलावट का खतरनाक खेल
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे सस्ता डालडा (वनस्पति घी) और रिफाइंड ऑयल को मिलाकर, उसे गर्म करके असली देसी घी जैसा स्वाद और खुशबू देने के लिए उसमें रासायनिक फ्लेवर, रंग और सुगंध एजेंट मिलाते थे।
यह नकली घी प्रसिद्ध ब्रांड्स जैसे मदर डेयरी, अमूल, पतंजलि आदि के पैकेट्स में पैक किया जाता था और त्योहारों के दौरान डेयरियों, दुकानों और छोटे वितरकों को सप्लाई किया जाता था।
--- मुनाफे का लालच, जनता की सेहत से खिलवाड़
आरोपियों ने बताया कि 1 लीटर नकली देसी घी की लागत लगभग ₹200 थी, जिसे वे थोक विक्रेताओं को ₹350 प्रति लीटर में बेचते थे। इस धंधे से भारी मुनाफा कमाने के लिए त्योहारों के समय बड़ी मात्रा में नकली घी बाजार में उतारा जा रहा था।
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई से एक बड़ा जन स्वास्थ्य संकट टल गया, क्योंकि यह घी सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचने वाला था।
--- गिरफ्तार आरोपी
1. राकेश गर्ग (पुत्र स्व. सुभाष चंद) – दिल्ली निवासी, 10वीं पास, उपभोक्ता वस्तुओं का व्यापारी। पिछले दो वर्षों से नकली देसी घी के कारोबार में संलिप्त।
2. मुकेश (पुत्र स्व. ज्ञानीराम) – जिला जींद, हरियाणा निवासी, अशिक्षित। पिछले दो वर्षों से नकली घी तैयार कर दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में सप्लाई करता था।
--- पुलिस का बयान
डीसीपी पंकज कुमार (क्राइम-IV, दिल्ली) ने कहा त्योहारी सीज़न में मांग बढ़ने का फायदा उठाने वाले मिलावटखोरों के खिलाफ क्राइम ब्रांच की कार्रवाई से एक बड़ा खतरा टल गया है। जनता की सेहत से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।”
--- त्योहारी सीज़न में सावधान रहें!
खाद्य वस्तुएं खरीदते समय ब्रांड, सील और पैकिंग को ध्यान से जांचें। मिलावटखोरी के किसी भी शक की सूचना तुरंत पुलिस या खाद्य विभाग को दें।
---(रिपोर्ट: सियासत का राज़ न्यूज टीम, दिल्ली)