"क्या सुल्तानपुरी कभी बन पाएगा स्वच्छता का प्रतीक?"
लाखों लोगों की आस्था, स्वास्थ्य और प्रशासनिक जिम्मेदारी पर मंडरा रहा संकट
नई दिल्ली, सुल्तानपुरी:
दिल्ली के बाहरी ज़िले में स्थित थाना सुल्तानपुरी क्षेत्र के भीतर — खासकर सुल्तानपुरी बस टर्मिनल के आसपास — अवैध रूप से संचालित हो रही मछली व मुर्गा मंडी अब एक गंभीर जनस्वास्थ्य और स्वच्छता संकट बन चुकी है। जहां इस इलाके को पहले सब्जी मंडी के रूप में निर्धारित किया गया था, वहीं आज यह एक ‘मिनी गाजीपुर’ में तब्दील हो चुका है।
भीड़भाड़ भरे इलाक़े में खुला मौत का बाज़ार
जहां रोज़ाना सैकड़ों की संख्या में राहगीर, स्कूली बच्चे, बुज़ुर्ग और महिलाएं गुजरती हैं, वहीं दिनभर दर्जनों ट्रक बीच सड़कों पर खड़े होकर मछलियां, मुर्गे और मीट उतारते हैं। इन वाहनों से बहने वाला गंदा पानी न सिर्फ सड़क को दलदल बना देता है, बल्कि भीषण बदबू और कीचड़ से क्षेत्र की हवा तक ज़हरीली हो गई है।
> "हम बच्चों को लेकर घर से निकलते डरते हैं, गिरने और बीमार होने का डर बना रहता है"
— स्थानीय निवासी, ब्लॉक डी, सुल्तानपुरी फ्लैट्स
प्रशासन की चुप्पी बन रही ज़हर
प्रशासनिक लापरवाही और साठगांठ का आलम यह है कि:
रोज़ाना दर्जनों अवैध समर्सिबल पंप चल रहे हैं।
पानी सड़कों पर बहाया जा रहा है।
सफाई कर्मचारी क्षेत्र से दूरी बनाते हैं।
ट्रैफिक जाम अब आम हो चुका है।
सरकारी फ्लैट्स की दीवारें काई और धूल से भरी पड़ी हैं करोड़ों की लगत बेकार पड़ी है।
सवाल उठता है: आखिर प्रशासन आंख मूंदे क्यों बैठा है? क्या कुछ व्यापारियों की सहूलियत के लिए लाखों लोगों की ज़िंदगी से खिलवाड़ करना न्यायसंगत है?
--- व्यापारियों की भी है पीड़ा, पर मजबूरी है हावी
इस अव्यवस्थित मंडी के व्यापारी खुद भी परेशान हैं। उनका कहना है कि यदि प्रशासन उन्हें भीड़भाड़ से दूर, किसी बड़े खाली मैदान में वैकल्पिक स्थान दे दे, तो वे स्वेच्छा से वहां अपना होलसेल कारोबार स्थानांतरित कर लेंगे।
> "हमें भी सफाई चाहिए, सम्मान चाहिए… पर प्रशासन सुनता ही नहीं"
— अवैध मंडी के एक व्यापारी
--- जनता की पुकार: "हमें चाहिए स्वच्छ सुल्तानपुरी"
क्षेत्रीय राहगीर,स्थानीय लोग लगातार मांग कर रहे हैं कि:
इस अवैध मंडी को भीड़ से दूर स्थानांतरित किया जाए।
सफाई व्यवस्था को बहाल किया जाए।
रोड पर ट्रकों के खड़े होने पर प्रतिबंध लगे।
सरकारी फ्लैट्स की मरम्मत और आस पास की सफाई हो।
ट्रैफिक को नियंत्रित किया जाए।
--- क्यों जरूरी है तुरंत कार्रवाई?
1. यह मामला सिर्फ गंदगी का नहीं, जनस्वास्थ्य, सड़क सुरक्षा और पर्यावरण प्रदूषण का है।
2. हर दिन कई लोग कीचड़ में फिसलकर घायल हो रहे हैं।
3. बच्चे और बुज़ुर्ग संक्रमण का शिकार बन रहे हैं।
4,पिछले सप्ताह ट्रकों के बीच में फंस कर युवक गिरकर कुचल गया मौतों का तांडव के बाद भी कुछ नहीं अफसोस
5. सरकारी निवेश से बने फ्लैट्स में कोई रहना नहीं चाहता।
अब वक्त है — सुल्तानपुरी को ‘स्वच्छता प्रतीक’ बनाने का!
सियासत का राज़ न्यूज़ की ओर से दिल्ली सरकार, MCD, क्षेत्रीय विधायक और उपायुक्त महोदय से निवेदन है कि इस गंभीर जनहित के मामले को प्राथमिकता में लें।
लाखों लोग अब उम्मीद लगाए बैठे हैं...
क्या कोई प्रशासक उठाएगा ये जिम्मेदारी?
या सुल्तानपुरी यूं ही सड़ता रहेगा...?