दिल्ली पुलिस की बड़ी सफलता: मंगोलपुरी लूटकांड 24 घंटे में सुलझा, कुख्यात अपराधी मोहम्मद कैफ और तीन किशोर गिरफ्तार
मुख्य खबर | संवाददाता: एस.के.आर. न्यूज
दिल्ली के मंगोलपुरी थाना क्षेत्र में 1 अगस्त को हुई हथियारबंद लूट की सनसनीखेज वारदात को राजधानी की अपराध शाखा (उत्तर रेंज-1) ने महज 24 घंटे के भीतर सुलझाकर एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के लिए दिल्ली में अब बचना मुश्किल है। इस मामले में एक कुख्यात अपराधी मोहम्मद कैफ पुत्र फसरुद्दीन और उसके तीन नाबालिग साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह लूटकांड पीएस मंगोलपुरी में एफआईआर संख्या 562/25 के तहत दर्ज किया गया था, जिसमें भारतीय न्याय संहिता की धारा 311/3(5) BNS और 25/27/29 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज हुआ था।
घटना की पूरी जानकारी:
1 अगस्त 2025 की रात लगभग 9 बजे, शिकायतकर्ता देव और उसका भाई सौरभ, एस-ब्लॉक मंगोलपुरी निवासी अरुण गौतम से 98,000/- रुपये की कमेटी की रकम लेकर स्कूटी से घर लौट रहे थे। रास्ते में इंदिरा गांधी पार्क के पास चार लड़कों ने उन्हें रोक लिया। उनमें से एक के पास हथियार था। मुख्य आरोपी मोहम्मद कैफ ने हवा में फायरिंग की, जिससे दहशत फैल गई और दोनों भाई जान बचाकर भागे। इसी दौरान बदमाश स्कूटी सहित पूरी रकम लेकर फरार हो गए।
जांच और गिरफ्तारी:
दिल्ली अपराध शाखा उत्तर-1 को जब यह केस सौंपा गया तो तुरंत ही डीसीपी क्राइम ब्रांच श्री हर्ष इंदौरा (IPS) के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर पुखराज सिंह कर रहे थे, जिसमें एसआई खुशबू यादव, कॉन्स्टेबल निरंजन सिंह, पवन, सचिन, नरेंद्र और मुकेश शामिल थे। पूरी कार्रवाई एसीपी श्री अशोक शर्मा की देखरेख में संचालित हुई।
2 अगस्त 2025 को सब-इंस्पेक्टर निरंजन सिंह को गुप्त सूचना मिली कि सभी आरोपी गेट नंबर 3, जापानी पार्क, सेक्टर 10, रोहिणी के पास देखे गए हैं। टीम ने तत्परता दिखाते हुए इलाके की घेराबंदी कर चारों आरोपियों को धर दबोचा।
पूछताछ में हुआ खुलासा:
पूछताछ के दौरान मोहम्मद कैफ ने खुलासा किया कि उसका शिकायतकर्ता देव और उसके भाई सौरभ से पुराना झगड़ा था। दोनों भाइयों ने पहले उसे और उसके साथी वरुण को पीटा था। उसी का बदला लेने के लिए 1 अगस्त को वरुण के जन्मदिन पर कैफ ने अपने तीन साथियों के साथ हमला करने की योजना बनाई और लूट की वारदात को अंजाम दिया।
कौन है मोहम्मद कैफ?
कैफ मंगोलपुरी के वाई-ब्लॉक में रहने वाला एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके माता-पिता, एक छोटा भाई और दो बहनें हैं। पारिवारिक हालात खराब होने के कारण उसने पढ़ाई बीच में छोड़ दी और गलत संगत में पड़ गया। वह गांजा आदि का सेवन करता था और पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है।
पुलिस का बयान:
डीसीपी क्राइम ब्रांच श्री हर्ष इंदौरा (IPS) ने कहा,
> "यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की तत्परता और अपराध के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। युवाओं को अपराध की राह पर जाने से रोकना और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।"
एस.के.आर. न्यूज आपके लिए इसी प्रकार की सटीक, विश्वसनीय और निष्पक्ष खबरें लगातार ला रहा है। जुड़े रहिए, सच की आवाज के साथ।