13 साल बाद दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी : ठगी और जालसाजी का फरार आरोपी गिरफ्तार
दिल्ली। राजधानी दिल्ली की क्राइम ब्रांच (नॉर्दर्न रेंज-I) ने 13 साल से फरार चल रहे एक कुख्यात अपराधी को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी सुभाष उर्फ़ सुभाष चंद, निवासी शिव विहार, कराला, दिल्ली, को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह वही आरोपी है जिसे 01 अप्रैल 2025 को माननीय न्यायालय ने घोषित अपराधी (PO – Proclaimed Offender) घोषित किया था। मामला ठगी और जालसाजी से जुड़ा है, जिसमें आरोपी ने लाखों रुपये हड़प लिए थे और उसके बाद से लगातार फरार था।
--- ऑपरेशन की कहानी:
क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई जिसमें एएसआई पवन, एचसी पवन, एचसी सचिन, एचसी नरेंद्र, एचसी हरजीत, एचसी मुकेश और कॉन्स्टेबल मनोज शामिल थे। इस टीम ने एसीपी अशोक शर्मा (NR-I क्राइम ब्रांच) के पर्यवेक्षण में कार्रवाई की।
22 अगस्त 2025 को एचसी नरेंद्र को एक अहम सूचना मिली कि आरोपी सुभाष इस समय शिव विहार, कराला में मौजूद है। सूचना मिलते ही टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को उसके घर से धर दबोचा।
--- घटना का सच:
यह मामला अगस्त 2012 का है।
आरोपी सुभाष ने पीड़ित सुरेन्द्र कुमार को 21 लाख रुपये की ठगी में फंसा लिया। उसने 110 गज का एक प्लॉट बेचने के नाम पर सुरेन्द्र कुमार से भारी रकम ली। यह जमीन आरोपी ने पहले राम बहादुर को अपने साथी संजय के जरिए बेची थी और बाद में उसे ही दुबारा बेच दिया।
जब सुरेन्द्र कुमार ने उस प्लॉट पर निर्माण कार्य शुरू किया तो आरोपी मौके पर पहुंच गया और उसने खुद को उस जमीन का असली मालिक बताकर निर्माण रुकवा दिया। मामला दर्ज हुआ लेकिन आरोपी जांच में शामिल होने के बजाय फरार हो गया।
इसके बाद पुलिस लगातार आरोपी की तलाश करती रही, लेकिन वह 13 साल तक फरार रहा। आखिरकार पुलिस ने उसे पकड़कर एक बड़ी सफलता दर्ज की।
--- आरोपी का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड:
सुभाष पहले भी ठगी और जालसाजी के मामले में लिप्त पाया गया है।
FIR नंबर 339/13, धारा 420/467/468/471/34 IPC, थाना कंझावला, दिल्ली (तारीख – 28/10/2013)
--- आधिकारिक बयान:
डीसीपी क्राइम ब्रांच, विक्रम सिंह (IPS) ने बताया कि –
"यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और कोर्ट द्वारा घोषित अपराधी था। हमारी टीम ने एक सटीक सूचना के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और आरोपी को दबोच लिया।"
--- यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की सतर्कता और अपराधियों के खिलाफ उसकी सख्त कार्यशैली का सबूत है।