"रोहिणी का पॉश इलाका बना आवारा पशुओं का अड्डा – खतरे में आमजन की जान, प्रशासन बना मूकदर्शक!"
सनसनीखेज स्पेशल रिपोर्ट
नई दिल्ली, रोहिणी:
दिल्ली के पॉश कहे जाने वाले रोहिणी सेक्टर-7 और सेक्टर-9 का नजारा इन दिनों किसी ग्रामीण पशु मेले से कम नहीं। सांई बाबा मार्केट और जय अपार्टमेंट के आसपास का इलाका अब आवारा पशुओं का गढ़ बन चुका है। गायों और बैलों के झुंड, सड़कों और मार्केट में बेहिचक घूमते नजर आ रहे हैं – न ट्रैफिक का डर, न आमजन की चिंता!
मार्केट में डर का माहौल – व्यापार चौपट
सेक्टर-7 की में मार्केट के दुकानदारों ने बताया कि झुंड के झुंड आवारा जानवर दुकानों के सामने डेरा डाल लेते हैं, जिससे ग्राहक डर के मारे रुकते नहीं। कई बार पशु आपस में भिड़ जाते हैं जिससे अचानक भगदड़ जैसे हालात बन जाते हैं। लोग डर के साये में बाजार आते हैं, और व्यापारी अपने व्यापार से।
राहगीर और वाहन चालकों के लिए बनी मुसीबत
सड़कों पर बैठे जानवर अक्सर अचानक सड़क पार कर जाते हैं, जिससे स्कूटी व बाइक सवारों का एक्सीडेंट होना आम बात बन चुकी है। वाहन चालकों का कहना है कि अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।
प्रशासन को कई बार दी गई शिकायतें – फिर भी सन्नाटा
स्थानीय निवासियों ने बताया कि नगर निगम व संबंधित विभाग को कई बार शिकायतें दी गईं, लेकिन कभी कोई कार्यवाही नहीं हुई। लगता है प्रशासन किसी गंभीर हादसे या मौत का इंतजार कर रहा है, तभी जागेगा!
क्या आवारा कुत्तों जैसी स्थिति बनने का इंतजार कर रहा प्रशासन?
हाल ही में दिल्ली में आवारा कुत्तों के हमले में कई बच्चों की जान पर बन आई, वो मामले सुर्खियों में रहे। स्थानीय लोग पूछ रहे हैं – क्या आवारा पशुओं के हाथों किसी मासूम की जान जाएगी, तब होगी कार्रवाई?
मांग – पशुपालकों पर कानूनी कार्रवाई, जानवरों को जब्त किया जाए
इलाके के जागरूक नागरिकों और आरडब्ल्यूए ने प्रशासन से मांग की है कि –
इन जानवरों के पालनकर्ताओं की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए
सभी आवारा पशुओं को जब्त कर गोशालाओं में भेजा जाए
इलाके में स्थायी सफाई और निगरानी व्यवस्था लागू की जाए
आखिर सवाल ये है कि – क्या दिल्ली का प्रशासन हादसों के बाद ही जागेगा? या इस बार पहले ही होगा सतर्क?
SKR न्यूज़ की ग्राउंड रिपोर्ट – जनता की आवाज़, प्रशासन तक पहुंचाने का वादा!
(यदि आपके इलाके में भी ऐसी समस्या है, हमें लिखें – हम आपकी आवाज़ बनाएंगे खबर)