सुल्तानपुरी सब्ज़ीमंडी से युवक रहस्यमयी हालात में लापता — पुलिस बनी सवालों के घेरे में
नई दिल्ली। बाहरी दिल्ली के थाना राजापार्क क्षेत्र के एफ-3 ब्लॉक सब्ज़ी मंडी सुल्तानपुरी से एक 24 वर्षीय सब्ज़ी विक्रेता भोजराज को दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कथित रूप से मारपीट कर जबरन उठाकर ले जाने का मामला सामने आया है। घटना के 13 घंटे बाद भी युवक का कोई सुराग नहीं है, जिससे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
"उठाने वाली पुलिस है या कोई और...? — गहराया सस्पेंस!"
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 20 जुलाई की शाम करीब 7 बजे दो सादी वर्दी में दिखने वाले व्यक्ति आए और भोजराज को बेरहमी से पीटने के बाद उसे जबरन अपने साथ ले गए। उनकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है। परिजन ने तुरंत 112 पर कॉल कर सूचना दी और थाना राजापार्क में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
"सीसीटीवी फुटेज तक नहीं देखा गया – जांच या बचाव?"
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने न तो मौके की जांच की, न ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। भोजराज का परिवार पूरी रात उसकी तलाश में इधर-उधर भटकता रहा, लेकिन किसी अधिकारी ने मदद नहीं की।
“बीट पुलिस मंजीत का सुबह फोन — नांगलोई थाने में है तुम्हारा लड़का”
सुबह 9 बजे बीट पुलिसकर्मी मंजीत का फोन आया कि “तुम्हारा लड़का नांगलोई थाने में है, 10 बजे छोड़ देंगे।” लेकिन सवाल यह है कि 13 घंटे तक भोजराज कहां था, किसके पास था और क्यों रखा गया?
पीड़िता का आरोप – पहले भी 80 हजार की जबरन वसूली की गई थी!
पीड़ित परिवार की महिला गीता देवी ने सनसनीखेज़ खुलासा किया कि इससे पहले भी कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा उनके बेटे को उठाकर 80,000 रुपये की जबरन वसूली की गई थी। उनका कहना है कि थाने में गुहार लगाने पर अधिकारी केवल हंसते रहे, जैसे उन्हें सब पहले से पता हो।
अब सवाल ये हैं:
क्या ये पुलिस की कार्रवाई थी या किसी गैंग की?
अगर पुलिस ले गई थी तो एफआईआर और प्रक्रिया क्यों नहीं बताई गई?
भोजराज को 13 घंटे कहां और क्यों रखा गया?
पहले की वसूली पर क्या कार्रवाई हुई?
"जांच जरूरी है — नहीं तो दिल्ली की सड़कों पर कोई भी कभी भी उठा लिया जाएगा!"
इस मामले ने दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस रहस्य पर से पर्दा हटाते हैं या यह केस भी फाइलों में दबकर रह जाएगा।
(SKR NEWS – स्पेशल रिपोर्ट)
✍️ क्राइम रिपोर्टर टीम के साथ
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