स्वास्थ्य, पर्यावरण और देशभक्ति का संगम: डीएमए ने विश्व पर्यावरण दिवस पर दिया जागरूकता का सशक्त संदेश
नई दिल्ली, 5 जून 2025 |एस के आर न्यूज
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) ने आज गढ़ी मेंडू, यमुना खादर क्षेत्र, करतार नगर में एक भव्य एवं सार्थक आयोजन कर "प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने" की थीम को जीवंत रूप दिया। कार्यक्रम की शुरुआत एक विशाल जागरूकता एवं निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर से हुई, जिसके बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के उपलक्ष्य में गर्व से लहराती तिरंगा यात्रा निकाली गई।
(स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण जागरूकता का समन्वय
डीएमए द्वारा लगाए गए इस निःशुल्क शिविर में राजीव गांधी कैंसर संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र (RGCI&RC) की विशेषज्ञ टीम ने 300 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। प्रमुख सेवाओं में शामिल थे:
निवारक स्वास्थ्य जांच
क्लिनिकल मौखिक परीक्षा
पीएपी स्मीयर टेस्ट
रक्तचाप एवं रक्त शर्करा जांच
तंबाकू निषेध परामर्श
ईएनटी और पोषण संबंधित परामर्श
“एक पेड़ माँ के नाम” – मातृभक्ति के साथ प्रकृति की सेवा
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई "एक पेड़ माँ के नाम" पहल को आत्मसात करते हुए डीएमए के सदस्यों ने अपनी माताओं के नाम पर पौधारोपण किया, जो एक भावनात्मक एवं पर्यावरणीय संदेश का प्रतीक बना।
15 दिवसीय "बीट प्लास्टिक प्रदूषण" अभियान की शुरुआत
डीएमए ने दिल्ली की 13 शाखाओं के सहयोग से “बीट प्लास्टिक प्रदूषण” नामक 15 दिवसीय विशेष अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के प्रति जन-जागरूकता फैलाना है।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाया कार्यक्रम का गौरव
इस आयोजन में कई विशिष्ट अतिथि शामिल हुए, जिनमें प्रमुख नाम हैं:
महंत श्री नवल किशोर दास जी
श्री राजा इकबाल सिंह (माननीय महापौर, दिल्ली)
श्री अजय महावर (विधायक, घोंडा)
डॉ. अनिल गोयल (विधायक, कृष्णा नगर)
डॉ. विनय अग्रवाल (पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष)
चिकित्सा समुदाय के अनेक वरिष्ठ सदस्य एवं सामाजिक कार्यकर्ता
नेतृत्व की आवाज़
डीएमए अध्यक्ष डॉ. गिरीश त्यागी ने कहा,
> “डीएमए अपने सामाजिक कर्तव्यों को समझते हुए सरकार की योजनाओं, विशेषकर यमुना सफाई मिशन में सहयोग हेतु कृतसंकल्प है।”
विश्व पर्यावरण दिवस अध्यक्ष डॉ. अश्विनी डालमिया ने बताया कि
> “हम दिल्ली में प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जन आंदोलन की शुरुआत कर रहे हैं, जिसमें जनसहयोग की महत्त्वपूर्ण भूमिका रहेगी।”
डीएमए के मानद राज्य सचिव डॉ. सतीश लांबा ने कहा,
> “स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा अब एक संयुक्त अभियान बन चुका है, जिसमें जनजागरूकता को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है।”
विशेष धन्यवाद:
डॉ. गिरीश त्यागी – अध्यक्ष, डीएमए
डॉ. सतीश लांबा – मानद राज्य सचिव
डॉ. ए.एस. पोपली – मानद वित्त सचिव
निष्कर्ष:
यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि एक संदेश था – कि जब चिकित्सा, पर्यावरण और राष्ट्रभक्ति साथ चलें, तो समाज को एक नई दिशा दी जा सकती है। डीएमए का यह प्रयास न केवल सराहनीय है, बल्कि आने वाले समय में एक मिसाल बन सकता है।