रिश्वतखोरी की इस कहानी में पेट बना सबूतों की तिजोरी!
संवाददाता: एस के आर)
देहरादून/कालसी:
रिश्वतखोरी की दुनिया में आपने बहुत कुछ देखा-सुना होगा, लेकिन इस बार जो हुआ, वो सीधे फ़िल्मी सीन जैसा था। विजिलेंस टीम ने जब कालसी में तैनात पटवारी को दो हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा, तो जनाब ने पुलिस से बचने का ऐसा तरीका अपनाया कि सब दंग रह गए।
500-500 के चार नोट निकले ‘निगलने’ लायक!
पकड़े जाने के डर से पटवारी साहब ने वो किया जो शायद ही कोई करता — रिश्वत के चार नोट (500-500 के) को चबाया और पेट के हवाले कर दिया। जी हां! सबूतों को गटक कर ‘बेपरोफ़’ होने की कोशिश की गई।
नोट गए पेट में, पर एक्स-रे में हुए गायब!
विजिलेंस टीम ने आरोपी को तुरंत विकासनगर उप जिला अस्पताल में ले जाकर अल्ट्रासाउंड करवाया। लेकिन पेट में नोटों का कोई सुराग नहीं मिला। अब टीम ने कमर कस ली है — अगला पड़ाव एंडोस्कोपी।
कहानी में ट्विस्ट अभी बाकी है...
क्या पेट में पच गए सबूत या अब भी है कोई उम्मीद?
एंडोस्कोपी बताएगी सच, और ये तय करेगा कि कानून की जीत होगी या ‘निगलने की चालाकी’ काम आएगी।
👀 अब देखने वाली बात ये है — पेट का रहस्य खुलता है या घूसखोरी का राज़ वहीं दब जाता है!