नजफगढ़ में जलभराव से निजात की तैयारी: डिप्टी कमिश्नर संतोष कुमार राए ने किया नाले व डिपो का निरीक्षण, संबंधित विभागों को दिए सख्त निर्देश
ब्यूरो चीफ: राशिद चौधरी
(एस के आर न्यूज)
नजफगढ़, दिल्ली – क्षेत्र में हर साल मानसून के दौरान जलभराव की समस्या को देखते हुए नजफगढ़ ज़ोन के डिप्टी कमिश्नर संतोष कुमार राए ने शुक्रवार को मुंगेशपुर नाले और डिचाओ डिपो का स्थलीय निरीक्षण किया। उनके साथ एमसीडी और पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी तथा ज़ोन के सभी संबंधित विभागाध्यक्ष मौजूद थे।
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य था —
1. मुंगेशपुर नाले की स्थिति का मूल्यांकन करना।
2. डिचाओ डिपो क्षेत्र में जलभराव के कारणों की पहचान करना।
3. नालों से गाद निकालने की प्रगति की समीक्षा करना।
4. संबंधित विभागों के बीच समन्वय को सुनिश्चित करना ताकि आगामी मानसून से पहले सभी आवश्यक तैयारियाँ समय पर पूरी की जा सकें।
निरीक्षण के दौरान डिप्टी कमिश्नर राए ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी नालों की सफाई कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “हर साल मानसून से पहले नालों की सफाई के नाम पर खानापूर्ति होती रही है, लेकिन इस बार ज़िम्मेदारी तय की जाएगी और हर चरण की निगरानी की जाएगी।”
स्थानीय लोगों की शिकायतें भी सुनीं
निरीक्षण के दौरान कुछ स्थानीय नागरिकों ने डिप्टी कमिश्नर को बताया कि गंदगी और जलभराव की वजह से उन्हें हर बरसात में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों और बुजुर्गों को कीचड़ और पानी भरे रास्तों से गुजरना पड़ता है।
डिप्टी कमिश्नर ने लोगों को भरोसा दिलाया कि इस बार तैयारी समय रहते पूरी की जाएगी। “हमारी प्राथमिकता जनता को राहत देना है, न कि सिर्फ रिपोर्ट तैयार करना,” उन्होंने कहा।
अधिकारियों को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश
निरीक्षण के बाद डिप्टी कमिश्नर ने अधिकारियों को एक साप्ताहिक कार्य योजना बनाने और हर हफ्ते प्रगति रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर किसी अधिकारी की लापरवाही सामने आई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समस्याएं और समाधान की दिशा में कदम
मुंगेशपुर नाले की चौड़ाई बढ़ाने और उसमें जमी गाद को हटाने के लिए विशेष मशीनें लगाई जाएंगी।
डिचाओ डिपो क्षेत्र में जलनिकासी के पुराने रास्तों को बहाल करने की योजना बनाई जा रही है।
नजफगढ़ के संवेदनशील क्षेत्रों की सूची तैयार कर उन्हें ‘अलर्ट ज़ोन’ घोषित किया जाएगा।
जन सहभागिता बढ़ाने के लिए स्थानीय आरडब्ल्यूए और एनजीओ से सहयोग लिया जाएगा।
निष्कर्ष
डिप्टी कमिश्नर संतोष कुमार राए का यह निरीक्षण नजफगढ़ क्षेत्र में जलभराव जैसी पुरानी समस्या के समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। अब देखना यह होगा कि ज़मीनी स्तर पर इस पहल को कितनी गंभीरता से अमल में लाया जाता है और क्या इस बार नजफगढ़ की गलियों में पानी की जगह राहत दिखाई देगी।