दिल्ली-मुंबई में 110 अपराधों में शामिल कुख्यात चोर 'सिकंदर' गिरफ्तार
स्पेशल रिपोर्ट | सियासत का राज़ न्यूज़
नई दिल्ली – दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की दक्षिणी रेंज डीसीपी आदित्या गौतम क्राइम ब्रांच ने बताया (SR) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, 110 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित और शस्त्र अधिनियम से जुड़े अपराधों में उद्घोषित अपराधी निज़ाम उर्फ़ नज़ीर उर्फ़ सिकंदर (उम्र 38 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 21 जुलाई 2025 को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से की गई।
यह कुख्यात अपराधी चोरी, डकैती और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामलों में पिछले कई वर्षों से दिल्ली और मुंबई पुलिस को चकमा देता फिर रहा था। वह फरार रहते हुए दिल्ली और मुंबई में बंद फ्लैटों को निशाना बनाकर अकेले चोरी करता था ताकि किसी के साथ रकम साझा न करनी पड़े।
--- जांच का ब्योरा और गिरफ्तारी की कार्रवाई
पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम के अनुसार, आरोपी निज़ाम की धरपकड़ के लिए एक विशेष टीम गठित की गई थी, जिसमें एसीपी गिरीश कौशिक की देखरेख में इंस्पेक्टर अजीत कुमार, एसआई सुधीर यादव, एएसआई राम किशन, विजेंद्र, संदीप और एचसी ललित शामिल थे।
टीम ने तकनीकी निगरानी और खुफिया सूचना के आधार पर आरोपी को जहांगीरपुरी से गिरफ्तार किया।
--- घोषित अपराधी के रूप में दर्ज केस:
FIR संख्या धारा थाना
39/2018 379/454 IPC कालकाजी
441/2014 380/454/411/34 IPC राजौरी गार्डन
755/2018 25 Arms Act मंगोलपुरी
602/2017 380/454/34 IPC मौर्या एन्क्लेव
111/2016 174A IPC मौर्या एन्क्लेव
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे:
आरोपी ने बताया कि उसने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी।
2008 में अपराध की दुनिया में प्रवेश किया। पहली गिरफ्तारी डकैती की तैयारी के आरोप में हुई।
गिरफ्तारी से बचने के लिए वह मुंबई चला गया, जहां मलाड और ठाणे में उसने नज़ीर उर्फ सिकंदर के नाम से काम किया।
मुंबई में 11 चोरियाँ अकेले कीं, खासकर बंद फ्लैटों को निशाना बनाकर।
दिल्ली में वह अपराध कर बार-बार मुंबई भाग जाता था ताकि पुलिस की निगरानी से बच सके।
-- गिरफ्तारी का महत्व:
निज़ाम की गिरफ्तारी से दिल्ली और मुंबई पुलिस को राहत मिली है।
वह जहांगीरपुरी थाने का सक्रिय 'BC' (Bad Character) है।
उसकी गिरफ्तारी की सूचना देशभर की पुलिस इकाइयों को भेज दी गई है।
दिल्ली पुलिस ने चेताया:
इस प्रकार के अकेले काम करने वाले आदतन अपराधी पुलिस के लिए चुनौती होते हैं। लेकिन सतर्कता और लगातार प्रयासों से ऐसे अपराधी अब कानून के शिकंजे में हैं।
"यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की अपराधियों पर कड़ी नजर और प्रभावी निगरानी व्यवस्था का प्रमाण है।"