वार्ड 37 की सच्चाई: हरि इंक्लेव की नालियां कूड़े से अटी, सफाई व्यवस्था बेहाल—जनता त्रस्त, अधिकारी मौन
ब्यूरो चीफ: राशिद चौधरी
(एस के आर न्यूज)
रोहिणी जोन, दिल्ली — राजधानी दिल्ली के रोहिणी जोन अंतर्गत वार्ड 37 स्थित हरि इंक्लेव कॉलोनी इन दिनों बुरी तरह से बदहाल सफाई व्यवस्था की मार झेल रही है। यहां की गलियों और सड़कों पर जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं, नालियां कचरे और गाद से पूरी तरह चोक हो चुकी हैं। आलम यह है कि नालियों का गंदा पानी सड़कों और गलियों में बहता नजर आता है, जिससे न सिर्फ गंदगी फैल रही है, बल्कि मच्छरों और बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।
सफाई कर्मियों की बेरुखी और विभाग की लापरवाही
स्थानीय निवासियों के अनुसार सफाई कर्मियों का रवैया बेहद लापरवाह है। सफाई कर्मचारी साफ शब्दों में कहते हैं कि "जब तक कंप्लेंट नहीं आती, तब तक सफाई के आदेश नहीं मिलते।" यह सोच बेहद चिंताजनक है। इलाकों में कभी-झाड़ू भी नहीं लगती, और जब कंप्लेंट पर सफाई होती भी है, तो केवल दिखावे के तौर पर। नाली से निकाला गया कूड़ा गलियों में ही भर जाता है, जो दोबारा नाली में जाकर उसे जाम कर देता है।
मानसून में जलभराव, जनता का जीना मुश्किल
इस क्षेत्र में हर साल मानसून के दौरान स्थिति और भी भयावह हो जाती है। नालियों की सफाई न होने के कारण पानी घरों तक घुस जाता है, जिससे लोगों का सामान्य जीवन पूरी तरह से प्रभावित होता है। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा परेशान होते हैं। कई बार लोगों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे बीमारियों का खतरा और भी बढ़ जाता है।
जनप्रतिनिधि और अधिकारी बने हैं तमाशबीन
यह सबसे दुखद बात है कि यहां के जिम्मेदार पार्षद, नगर निगम अधिकारी और अन्य जनप्रतिनिधि इस गंभीर स्थिति से पूरी तरह से आंखें मूंदे हुए हैं। न कोई दौरा करता है, न कोई समाधान निकालता है। जनता बार-बार शिकायत करने के बावजूद निराश है।
जनता की पुकार: अब तो जागो विभाग!
हरि इंक्लेव के लोगों की मांग है कि इस क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को तुरंत दुरुस्त किया जाए। सफाई कर्मचारियों को नियमित तौर पर काम पर लगाया जाए, और नालियों की समय-समय पर गहराई से सफाई हो। विभागीय अधिकारियों को चाहिए कि वे क्षेत्र का निरीक्षण करें और जनहित में त्वरित कार्रवाई करें।