एसएचओ राम मनोहर मिश्रा की बिदाई पर छलके जज़्बात, दो साल 12 दिन की सेवाओं को किया यादगार विदाई से सलाम
ब्यूरो चीफ़: राशिद चौधरी (एस.के.आर. न्यूज़)
नई दिल्ली, पुरानी सब्ज़ी मंडी थाना
जिन लोगों ने ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और संवेदनशीलता को वर्दी में देखा, उनके लिए एसएचओ राम मनोहर मिश्रा सिर्फ़ एक पुलिस अधिकारी नहीं बल्कि उम्मीद, भरोसे और सुरक्षा का नाम बन चुके थे। अब जब उनका ट्रांसफर नॉर्थ ईस्ट जिले में हो गया है, तो पुरानी सब्जी मंडी थाना क्षेत्र के लोगों की आंखों में भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा है।
दो साल 12 दिन की मिसाल बनी तैनाती
राम मनोहर मिश्रा ने जिस तरह से अपनी बुद्धिमत्ता, सूझबूझ और विनम्र व्यवहार से थाना क्षेत्र की कमान संभाली, वह किसी मिसाल से कम नहीं। उनके कार्यकाल में न सिर्फ़ अपराधों पर कड़ा शिकंजा कसा गया, बल्कि आम जनता के साथ एक आत्मीय रिश्ता भी कायम किया गया। चाहे अपराधियों की धरपकड़ हो या फिर जनता की छोटी-छोटी समस्याएं— मिश्रा ने हर मोर्चे पर खुद को एक जिम्मेदार और जागरूक अफसर साबित किया।
बिदाई बनी सम्मान और आभार का संगम
उनकी बिदाई के मौके पर थाना परिसर एक भावनात्मक समारोह का गवाह बना। थाने का पूरा स्टाफ और क्षेत्रीय नागरिक, जिनके दिलों में मिश्रा ने खास जगह बनाई थी, फूल-मालाएं, गुलदस्ते, शॉल और स्नेह से उन्हें विदाई देने के लिए उमड़ पड़े। हर चेहरा उदास था, लेकिन हर निगाहों में गर्व भी था कि उन्होंने ऐसे अफसर के साथ काम किया या उन्हें अपने क्षेत्र में देखा।
एक अफसर, जो बना जनता का दोस्त
राम मनोहर मिश्रा ने साबित किया कि पुलिस और जनता के बीच दूरी को नज़दीकी में बदला जा सकता है। उनका व्यवहार कठोर कानून के साथ साथ मानवीय संवेदनाओं से भी भरपूर रहा। उन्होंने जनता के बीच दोस्ताना रिश्ता बनाकर पुलिस की छवि को नया आयाम दिया।
अब नई ज़िम्मेदारी, नई उम्मीदें
ट्रांसफर के बाद उन्हें नॉर्थ ईस्ट जिला सौंपा गया है, जहां की जनता को अब एक ऐसा अधिकारी मिलेगा जो अपने समर्पण और कर्मठता के लिए जाना जाता है। वहीं अपराधियों के लिए यह स्थान भी अब सुरक्षित नहीं रहेगा, क्योंकि अब वहां भी एक "मिश्रा" आ रहे हैं—जो अपराध के खिलाफ एक सख्त लेकिन ईमानदार सोच के प्रतीक हैं।
एसकेआर न्यूज़ की ओर से उन्हें भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं और सलाम उस वर्दी को, जिसने हर दिल में जगह बना ली।